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बहादराबाद /शिवमंदिर चौक बहादराबाद निवासी प्रेमचंद पुत्र कुलचन्द द्वारा थाना बहादराबाद मे आकर प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उनका पुत्र कार्तिक कुमार की रामधाम कालोनी रानीपुर मे अनिका पैथोलोजी नामक लैब है। उनका पुत्र सुबह अपनी पैथोलोजी गया था लेकिन 24 घंटे से ज्यादा होने पर भी वापस नही लौटा।जिस सम्बन्ध मे प्रार्थनापत्र के आधार पर थाना बहादराबाद में पुलिस द्वारा उसकी गुमशुदगी दर्ज कर ली गई ओर मामले को गंभीरता से लेते हुए बहादराबाद पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा कार्तिक की तलाश शुतुरमुर्ग की गई,

पुलिस सूत्रों की अगर माने तो कार्तिक के मोबाइल से ही कार्तिक की मां अंगूरी देवी को एक काल आयी थीं । जिसमे अज्ञात कॉलर द्वारा कार्तिक की मां से उसकी जान सलामती के लिए ₹70 लाख फिरोती देने व इस सम्बन्ध में पुलिस को न बताने की चेतावनी दी गई। जिस सम्बन्ध में कार्तिक की माता के कहने के अन्तर्गत धारा 161 सीआरपीसी व अन्य साक्ष्यों के आधार पर गुमशुदगी को फिरौती के लिए अपहरण में तरमीम करते हुए संबंधित धाराओं मे तत्काल मुकदमा किया गया

बता दें की इस पुरे मामले को बाहदरा बाद पुलिस द्वारा उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गयाजिसके तुरंत बाद एसएसपी  अजय सिहं द्वारा एसपी क्राइम रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार व सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल के साथ बहादराबाद पुलिस व सीआईयू की टीम गठित कर अपराध के जल्द खुलासे के निर्देश दिए।

घटना से जुड़े कई पहलुओं पर जांच कर रही पुलिस टीम को जानकारी मिली कि कार्तिक द्वारा 13 जनवरी को  तीन ट्रांजेक्शन किये गये। जोकि शराब के ठेके, मुरादाबादी बिरयानी सेन्टर व कृष्णा ट्रेडर्स से किये, जिस पर जानकारी मिलते ही सम्बन्धित स्थानों की सीसीटीवी फुटेज टटोलने पर एक लाल जैकेट पहना हुआ स्कूटी सवार लडका मोबाइल बारकोड से पैसे ट्रांसफर करते हुये दिखा। आपको बता दें की लाल जैकेट पहने ये लड़का जिसका नाम निपेंद्र है पैथोलोजी लैब मे सेम्पल लेने का काम करता है,

अब जानिये आखिर कैसे हुआ इस पुरे मामले का खुलासा

इस युवक को पुलिस द्वारा तत्काल गिरफ्त मे लें लिया गया जिसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर संदिग्ध निपेन्द्र ने लैब मे कार्यरत शहादत अली के साथ हत्या को अंजाम देने की बात स्वीकारते हुए मृतक कार्तिक का शव अभियुक्त शहादत के दादुपुर स्थित किराये के कमरे मे छिपाना स्वीकार किया गया। निपेन्द्र व शहादत को इकबालिया बयान के आधार पर गिरफ्त मे लेकर निशादेही पर किराए के कमरे के बाथरुम से शव बरामद किया गया। बता दें की दोनों ही अपराधी जिला बिजनौर के निवासी है जो हरिद्वार मे किराए पर निवास करते थे,

पुलिस सूत्रों की अगर माने तो हत्या के बाद ही फिरौती मांगी गई 

मृतक की पैथोलोजी लैब में पिछले 8 माह से लैब मे सेम्पलिंग का कार्य कर रहे शहादत अली व पिछले 03 माह से काम कर रहे निपेंद्र ने अपनी माता पिता के इकलौते पुत्र मृतक कार्तिक के माता-पिता का लगभग 70 से 80 लाख रुपये का मकान होने की जानकारी मिलने पर सारी वारदात का तानाबाना बुना। अभियुक्तों की योजना चुपके से शव को नाले में बहाकर फिरौती की रकम लेकर निकलने की थीं, लेकिन उससे पहले ही हरिद्वार पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। अपहृत कार्तिक की हत्या के बाद अभियुक्तों ने उसका एन्ड्राइड मोबाइल तोड़कर नहर मे फेंक दिया और छोटा कीपेड मोबाइल फिरोती मांगने के लिये प्रयोग मे लाया गया था,

पुलिस टीम की अगर बात करें तो मुख्य रूप से,

SP Crime रेखा यादव, SP City स्वतन्त्र कुमार, CO ज्वालापुर निहारिका सेमवाल, Insp नरेंद्र बिष्ट SHO रानीपुर, SO बहादराबाद नितेश शर्मा, SI अशोक सिरसवाल (प्रभारी चौकी बाजार), SI हेमदत्त भारद्वाज (प्रभारी चौकी शातंरशाह), SI पंकज कुमार, SI पूनम प्रजापति, का. मुकेश नेगी, रणजीत सिहं, सुशील चौहान, विकाश थापा, सुनीत लखेड़ा. का. चालक त्रिलोक विष्ट शक्ति सिंह – साईबर सैल. CMP अक्षय कुमार – (फारेन्सिक फील्ड यूनिट) अनिल – (फारेन्सिक फील्ड यूनिट)

उ नि0 रणजीत सिहं तोमर- (सीआईयू प्रभारी हरिद्वार),उ0नि0 ऋतुराज रावत Si एपी सुन्दर लाल,का0 वसीम अकरम, उमेश कुमार, अजय कुमार, पदम, मनोज कुमार, हरवीर सिहं व नरेन्द्र सिहं

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