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भारत पाकिस्तान की इस भीड़त में पाकिस्तान को जो नुकसान हुआ है, वह सिर्फ सैन्य दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि आर्थिक रूप से भी बेहद भारी है। पहले से ही गंभीर आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान को अरबों रुपये की चपत लगी है। आइए विस्तार से जानते हैं कि किन विमानों के नुकसान से पाकिस्तान की कमर टूट गई।
JF-17 थंडर: चीन-पाकिस्तान की साझेदारी का मल्टीरोल फाइटर जेट
JF-17 थंडर, पाकिस्तान और चीन के संयुक्त प्रयास का परिणाम है। इसकी शुरुआत 1990 के दशक में हुई, जब अमेरिका ने परमाणु कार्यक्रम को लेकर पाकिस्तान को F-16 विमानों की आपूर्ति रोक दी। इसके बाद 1992 में पाकिस्तान ने चीन से करार किया और 1995 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ।
वर्ष 2009 में पहला JF-17 विमान पाकिस्तान एयरफोर्स को मिला और अब तक इसके 156 से अधिक यूनिट्स सेवा में हैं। यह हल्का, तेज और बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है जिसकी अधिकतम टेकऑफ वज़न 13,500 किलोग्राम तक होती है। इसकी कीमत $15 मिलियन (करीब ₹120 करोड़) से लेकर ब्लॉक 3 संस्करण में $30 मिलियन (₹250 करोड़) तक जाती है। इस कार्रवाई में कई JF-17 विमानों के नुकसान की पुष्टि हुई है।
F-16: अमेरिका निर्मित पाकिस्तान की रीढ़
F-16 लड़ाकू विमान अमेरिका की डिफेंस कंपनी जनरल डायनेमिक्स (अब लॉकहीड मार्टिन) द्वारा विकसित किया गया। पाकिस्तान ने 1981 में 40 F-16 का ऑर्डर दिया था, जिसकी डिलीवरी 1983-1987 के बीच हुई। बाद में 2005 में पाकिस्तान ने अमेरिका से 18 और विमान खरीदे, जिससे उसके पास अब 75-85 F-16 विमान हैं। F-16 की कीमत मॉडल पर निर्भर करती है। इसकी कीमत $40 से $70 मिलियन (₹330-₹580 करोड़) तक जाती है। भारत द्वारा मार गिराए गए F-16 विमानों से पाकिस्तान को प्रति विमान सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
AWACS: आसमान की आंख, जिसे खोना भारी पड़ा
AWACS यानी एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम किसी भी देश की वायु सुरक्षा में रीढ़ की हड्डी के समान होता है। यह विमान 400 किलोमीटर या उससे अधिक दूरी तक दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रख सकता है।
पाकिस्तान के पास 9 ऐसे सिस्टम हैं, जिनमें स्वीडन से लिया गया Saab-2000 Erieye और चीन से लिया गया ZDK-03 Karakoram Eagle शामिल है। चीन वाला सिस्टम पहले ही रिटायर हो चुका है, इसलिए आशंका है कि इस कार्रवाई में गिराया गया विमान Saab-2000 Erieye ही था। इस विमान की कीमत $100-150 मिलियन (₹830-₹1245 करोड़) के बीच होती है। लेकिन जब इसमें रडार सिस्टम, कंट्रोल यूनिट, लॉजिस्टिक और ट्रेनिंग शामिल कर दी जाएं, तो यह लागत $200 मिलियन (₹1660 करोड़) तक पहुंच जाती है।
कुल अनुमानित आर्थिक नुकसान
भारत की जवाबी कार्रवाई में यदि सिर्फ 3-4 JF-17, 2-3 F-16 और 1 AWACS गिराए जाने की बात करें, तो पाकिस्तान को कुल मिलाकर लगभग ₹5000-6000 करोड़ रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ है। यह नुकसान एक ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान पहले ही गंभीर आर्थिक संकट, कर्ज और IMF की शर्तों से जूझ रहा है।