News National
पाकिस्तान में अगले साल 8 फरवरी को आम चुनाव होना है. इसको लेकर पड़ोसी मुल्क में सियासी गर्माहट देखने को मिल रही है. चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.इस बीच एक नाम चर्चा का विषय बना हुआ है. ओर वो है एक हिंदू महिला डॉक्टर का,जिनका नाम डॉ सवेरा प्रकाश है.
डॉ सवेरा प्रकाश पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की बुनेर सीट से चुनाव लड़ रही हैं. सवीरा पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. हालांकि उनके लिए यह चुनाव बिल्कुल भी आसान नहीं है.इस विषय पर उन्होंने इस दौरान अपनी आने वाली मुश्किलों के बारे में खुलकर बात की है
76 सालों में पहली बार कोई हिन्दू महिला उम्मीदवार
25 वर्षीय सवेरा प्रकाश ने बताया कि 76 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई हिन्दू महिला चुनावी मैदान में उतरी है. लेकिन मुझे जनता का भरपूर साथ और आशीर्वाद मिल रहा है. अल्पसंख्यक होने के बाद भी मुझे बहुत सपोर्ट मिल रहा है. यहां लोगों ने मुझे डॉटर ऑफ बुनेर का टाइटल दे दिया है, जो मेरे लिए सम्मान की बात है. मुझे ख़ुद विश्वास नहीं हो रहा कि मुझे इतना प्यार मिल रहा है.
अल्पसंख्यकों को हिम्मत मिलेगी
सवेरा आगे कहती है कि पाकिस्तान में कोई अल्पसंख्यक महिला आगे नहीं आ रही थी, ऐसे में मेरे लिए यह बेहद हिम्मत का काम था, जो मैंने कर दिखाया. हार जीत अलग बात है लेकिन मेरे चुनाव में खड़े होने के बाद अल्पसंख्यक महिलाओं के अंदर हिम्मत आएगी. आगे सवीरा कहती है कि मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक़ रखती हूं, और चुनाव जीतने के बाद मैं अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर काम करूंगी. हमें जो संवैधानिक अधिकार मिला हुआ है, इसका अर्थ हमें समझने की जरूरत है.
पाकिस्तान को भी मोदी जैसे नेता की जरूरत
पाकिस्तान की पहली हिंदू महिला उम्मीदवार ने कहा कि पाकिस्तान को भी मोदी जैसे किसी नेता की ज़रूरत है, आज के दौर में पाकिस्तान में अस्थिरता है, अर्थव्यवस्था भी कमजोर हुई है ऐसे में यहां स्थिरता की जरूरत है.