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रोशनाबाद भले ही अधिकारियों कि गोद मे बसा हो बावजूद इसके यहाँ कदम कदम पर झोलाछाप डॉक्टर खुला तांडव मचा रहे है, जगह जगह ऐसे न जाने कितने अवैध क्लिनिक खुलेआम चल रहे है, जिनके पास न तो कोई वैध चिकित्सक है और न पूर्ण संसाधन, हर दस कदम कि दूरी पर झोलाछाप डॉक्टर निकट बैठे प्रसाशन को ठेंगा दिखा रहे है,
यहाँ हैरान करने वाली एक बड़ी बात ये भी है कि जिस क्षेत्र रोशनाबाद मे मिलीभगत का ये खेल चल रहा है वो स्वास्थ्य विभाग से चंद कदमो कि दूरी पर है, जिससे साफ और स्पस्ट हो जाता है कि यहाँ गुड़ और मलाई का मिश्रण सेट हो चूका है,
गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जहाँ जहाँ झोलाछाप डॉक्टर अवैध क्लिनिक खोले बैठे है वहां वहां नशे का कारोबार भी खूब तरक्की कर रहा है, लेकिन नशा उसी ग्राहक को मिलेगा जो इनका पुराना और विस्वाशपात्र ग्राहक है, या फिर नया ग्राहक किसी पुराने ग्राहक के रेफ़्रेन्स से ही नशे कि शामनग्री खरीद सकता है, दूसरी बात अगर किसी को यहाँ से नशे के इंजेक्शन या केप्सूल खरीदने भी है तो उसे क्लिनिक या मेडिकल पर बैठा व्यक्ति सामान तो उपलब्ध करा देगा लेकिन वो सामान भी किसी दूसरी जगह से यानि कम से कम 5 मिनट या दस मिनट के बाद ही मिलेगा, और कोई अन्य व्यक्ति ही कहीं और से लाकर इन्हे देगा,ग्राहक को मालूम ही नही होगा कि ये सामान मगाया कहाँ से जा रहा है और इसकी डिलीवरी कर कौन रहा है,यानि ये सारा खेल सुरक्षा और सतर्कता के साथ खेला जाता है,
मुख्यमंत्री के अरमानो पर पानी फेर रहे उन्ही के अधिकारी, जिनसे दो किमी कि दूरी पर धड़ल्ले से चल रहे अवैध क्लिनिक व जगह जगह बैठे झोलाछाप,
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री 2025 तक संपूर्ण राज्य को नशा मुक्त करने कि मुहीम को साकार करने मे दिन रात एक कर चुके है, लेकिन उन्हें शायद ये मालूम नही कि जिन अधिकारियों के भरोसे ये कठिन कदम उठाया है, उन अधिकारियों कि कुर्सी से चंद कदमो कि दूरी पर जगह जगह बैठे झोलाछाप डॉक्टर उनके अरमानो पर पानी फेर रहे है, और हरिद्वार मे स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी कुर्सी पर आराम फरमा रहे है, न इस क्षेत्र का कोई दौरा और न किसी अवैध क्लिनिक व झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ उचित कार्यवाही, जिससे साफ और स्पस्ट हो जाता है कि मुख्यमंत्री कि 2025 नशामुक्त मुहीम पर अवैध क्लिनिक व झोलाछाप डॉक्टर नही बल्कि उन्ही के अधिकारी पानी फेर रहे है, जिनके आँचल मे ये अवैध क्लिनिक और झोलाछाप डॉक्टर बेधडक फलफुल रहे है,
सांय 5 बजे से रात 9 बजे तक लगती है झोलाछाप डॉक्टरों कि मंडी,
यूँ तो इस क्षेत्र मे सुबह होते ही अवैध क्लिनिक और झोलाछाप डॉक्टर अपने अपने अड्डे खोल धंधा शुरू कर देते है, लेकिन इनमे से जो अधिक शातिर और चालाक है वो सांय को 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक ही क्लिनिक खोलते है, उसका मुख्य कारण ये भी है कि इस क्षेत्र मे इसी समय भीड़ होती है जिसका ये फायदा उठाते है, दूसरी बात इस समय किसी अधिकारी कि छापेमारी का कोई डर भी नही,