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भारतीय मुद्रा मे कितने सिक्के और नोट छपेंगे इसका फैसला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई करता है, पर दिल्ली के मंडोली इलाके में स्थित इस फैक्ट्री का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है.
इस फैक्ट्री से 20 रुपये के नकली सिक्के बरामद किए गए हैं, जिनकी कीमत 1 लाख 70 हजार रुपये है. नकली सिक्के बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल, अधूरा सामान और सिक्के बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मशीनें भी भारी मात्रा में बरामद की गई हैं. इस मामले में स्पेशल सेल ने आईपीसी की धारा 232/243/120बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है.
स्पेशल सेल के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में नकली भारतीय मुद्रा सिक्कों के प्रचलन में लिप्त अंतरराज्यीय रैकेट के बारे में सूचना मिल रही थी. आरोपी व्यक्तियों की पहचान और पता लगाने के प्रयास किए गए. इस दौरान 23 मार्च 2024 को एक मुखबिर के जरिए कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही के बारे में विशेष सूचना मिली, जो नकली भारतीय मुद्रा सिक्कों की ढलाई और आपूर्ति और बड़ी संख्या में नकली भारतीय मुद्रा सिक्कों की आपूर्ति में लिप्त हैं. इसके बाद दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक जाल बिछाया गया और उत्तराखंड एन्क्लेव पार्ट II बुराड़ी से दो लोगों को पकड़ा गया. उनकी पहचान सर्वेश यादव और आकाश के रूप में हुई है.
जब पुलिस ने एक स्कूटी से पकड़े नकली सिक्के
पुलिस टीम ने जब दो लोगों को पकड़ा तो उनके पास से 1.60 लाख रुपये मूल्य के 20 रुपये के नकली भारतीय मुद्रा सिक्के बरामद किए गए. बताया जा रहा है कि यह सिक्के आरोपी आकाश ने तीन सफेद रंग के पार्सल में स्कूटी के आगे की तरफ रखा थे, जिसपर वह सवार था और अपने सहयोगी सर्वेश निवासी इंदौर जो रिसीवर था को दिया, लेकिन दोनों को टीम ने पकड़ लिया. पुलिस ने जब स्कूटी से मिला पार्सल खोला तो अंदर सिक्के थे. यह सिक्के प्रथम दृष्टया असली लग रहे थे, लेकिन ध्यान से जांच करने पर 20 रुपये मूल्य के बरामद सिक्के असली सिक्कों की तुलना में हल्के वजन के और चमकदार लग रहे थे. पुलिस ने बताया है कि बरामद सिक्कों पर बने राष्ट्रीय प्रतीक असली सिक्कों की तुलना में अधिक स्पष्ट लग रहे थे.
आरोपी ने किया क्या खुलासा?
पूछताछ के दौरान आकाश ने खुलासा किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर नकली भारतीय मुद्रा के सिक्के बनाने और सप्लाई करने का काम करता है. अब तक वह दिल्ली/एनसीआर और दूसरे राज्यों के अलग-अलग इलाकों में अपने संपर्कों/लोगों को करीब 20 लाख रुपये के नकली भारतीय सिक्के सप्लाई कर चुका है. जांच के दौरान आरोपी आकाश द्वारा 20 रुपये के नकली भारतीय मुद्रा सिक्के बनाने के लिए बनाई गई फैक्ट्री के बारे में भी बताया जो मिलन गार्डन, मंडोली शाहदरा में चल रही थी.
फैक्ट्री से क्या-क्या मिला?
1. 20 रुपये मूल्य के 500 नकली भारतीय मुद्रा सिक्के, जिनकी कुल कीमत 10,000 रुपये है.
2. 20 रुपये मूल्य के नकली भारतीय मुद्रा सिक्के बनाने के लिए तीन रंग इस्तेमाल किए गए.
3. अयोध्या राम मंदिर के नकली सिक्के बनाने के लिए दो रंग इस्तेमाल किए गए.
4. दो अप्रयुक्त रंग भी बरामद किए गए हैं.
5.20 रुपये मूल्य के नकली भारतीय मुद्रा सिक्के बनाने के लिए धातु के टुकड़ों और छल्लों के रूप में लगभग 120 किलोग्राम का कच्चा माल भी मिला है.
6. अयोध्या राम मंदिर के नकली सिक्के बनाने के लिए धातु के टुकड़ों और छल्लों के रूप में लगभग 80 किलोग्राम कच्चा माल भी बरामद किया है.
7. 20 रुपये मूल्य के भारतीय मुद्रा सिक्के की डाई बनाने के लिए इस्तेमाल की गई एक ‘फाइबर लेजर मशीन’ भी बरामद की गई है.
8. एक ’40 टन हाइड्रोलिक प्रेस मशीन’ का इस्तेमाल नकली सिक्के पर निशान और डिज़ाइन छापने के लिए किया जाता है.
9. एक ’30 टन हाइड्रोलिक प्रेस मशीन’ का इस्तेमाल नकली सिक्के बनाने के लिए धातु की चादरें काटने के लिए किया जाता है.
10. एक ‘फ्लेन्च मोटर’ का इस्तेमाल 30 टन हाइड्रोलिक प्रेस मशीन को चलाने के लिए किया जाता है.