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रोशनाबाद / उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जहाँ एक और राज्य को नशा मुक्त करने कि मुहीम पर जोर दे रहे हैं तो दूसरी और उन्ही के अधिकारी उनकी इस मुहीम पर बट्टा लगा रहे हैं , उन्ही के स्वास्थ्य अधिकारियों कि नाक नीचे जगह जगह अवैध क्लीनिक, अवैध तरीके से मेडिकल और जगह जगह बैठे झोलाछाप डॉक्टर व्यवस्थाओं कि अच्छी खासी पोल खोल रहे हैं,
रोशनाबाद क्षेत्र मे सैकड़ो ऐसे मेडिकल और क्लिनिक है जो गैरकानूनी तरीकों से चलाये जा रहे है,लेकिन स्वास्थ्य विभाग शांत बैठकर तमाशबीन बना है, जिस क्षेत्र मे जगह जगह झोलाछाप डॉक्टर बीमार मरीजों कि जान से खिलवाड़ कर रहे हैं वो क्षेत्र हरिद्वार के तमाम आला अधिकारियों कि जड़ मे बसा है, जो एक बड़ा दुर्भाग्य है,
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ऐसे न जाने कितने मेडिकल और क्लिनिक है जो गुप्त रूप से इस क्षेत्र मे नशे का कारोबार कर रहे है,जगह जगह बैठे झोलाछाप गुप्त रूप से युवाओं को नशा बेच रहे है, मिली जानकारी के अनुसार अधिकतर मेडिकल वो लोग चला रहे है, जिनके पास न तो कोई डिप्लोमा है और न ही कोई योग्यता, हैरानी कि बात तो ये है कि जिन फार्मेसिस्ट के नाम पर यहाँ मेडिकल चलाये जा रहे है वो यहाँ कोस कोस दूर भी नजर नही आते, यानि लाइसेंस किसी का और मेडिकल संचालक कोई और, जो पूर्ण रूप से गैरकानूनी तो है ही साथ मे बहुत बड़ा अपराध भी है,
फ़र्ज़ी व झोलाछाफ डॉक्टरों द्वारा यहाँ हो चुकि है कईं अप्रिय घटनायें,
बता दें कि जिस क्षेत्र रोशनाबाद कि हम बात कर रहे है पहले कई बार यहाँ ऐसी अप्रिय घटनाये इन झोलाछाफ डॉक्टरों और हकीमो के हाथों हो चुकी है, जिन्होंने इस क्षेत्र को हिलाकर रखा दिया था,
अभी कुछ समय पहले सात माह कि एक गर्भवती महिला को गलत इंजेक्शन दे दिया गया जिससे उसका गर्भपात हो गया, उससे पहले एक पांच वर्ष के बच्चे को यहीं झोलाछाफ डॉक्टर ने मौत कि नींद सुला दिया, ऐसे न जाने कितने मामले यहाँ प्रसाशन कि नाक नीचे बिगड चुके है, लेकिन फिर भी न जाने क्यों स्वास्थ्य विभाग इन लोगों पर कार्यवाही करने को तैयार नही,
हरिद्वार स्वास्थ्य विभाग पर खडे होते है बहुत से सवाल,
यहाँ स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही करने से क्यों बचता है समँझ नही आता ? क्यों इस क्षेत्र मे कभी भी स्वास्थ्य विभाग दस्तक नही देता क्यों स्वास्थ्य विभाग कि नाक नीचे झोलाछाफ डॉक्टर बेखौफ अपने अड्डे जमाये बैठे है? आखिर कैसे और किन नियमों के तहत बिना फार्मेसिस्ट यहाँ जगह जगह मेडिकल खोल मरीजों कि जान से खिलवाड़ किया जा रहा है, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज तक इस क्षेत्र मे कितनी कार्यवाही कि गई है कितने लोगों कि जाँच कि गई है,? ऐसे बहुत से सवाल है, जिनके जवाब अब मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर ही मिल सकते है,