सनातन धर्म का सबसे बड़ा मेला कहा जाने वाला कावड़ मेला सम्पूर्ण विश्व मे प्रसिद्ध है जहाँ दुनिया भर से लोग हरिद्वार पहुँच कर माँ गंगा मे डुबकी लगाकर यहाँ से गंगा जल व कावड़ लेकर अपने अपने निज स्थान को रवाना हो जाते है करोड़ों कि संख्या मे इस दौरान श्रद्धांलू गण हरिद्वार पहुँचते है जिस कारण सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य के साथ साथ अन्य राज्यों कि पुलिस भी यहाँ व्यवस्थाओं को बनाने और सहयोग करने कावड़ मे पहुँचती है,कावड़ मेला सम्पूर्ण कराना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती होता है,
देश के अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले कांविड़ियों के लिए कांवड़ यात्रा 2023 के लिए इस बार कईं नए नियम और भी लागू किए गए हैं।
4 से 15 जुलाई तक होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड के साथ साथ आसपास के पड़ोसी राज्य भी तैयारी में जुट चुके हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि इस बार बिना आईडी के कांवड़ यात्रियों को उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 12 फीट से ज्यादा ऊंची कांवड़ प्रतिबंधित रहेगी । हालाकी डीजे पर प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन आवाज को नियंत्रित रखने कि हिदायत दी गई है,
जानिये इस बार कितने कावड़ियों के आने का है अनुमान,
कांवड़ यात्रा में इस बार लगभग तीन से चार करोड़ कांवड़ियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में कानून व्यवस्था, यातायात सहित तमाम तरह की दिक्कतों को देखते हुए कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 130 सेक्टर में बांटा गया है।उत्तराखंड से सटे अंतरराज्यीय बैरियरों पर संयुक्त पुलिस चेकिंग, सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले संदेशों की निगरानी रखने आदि के संबंध में सहयोग की अपील की गई है । बताया गया है कि कांवड़ यात्रा रूट पर अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की जाएगी।
कावड़ यात्रा कि तैयारियों पर क्या कहते है उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार,
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए हरिद्वार पुलिस ने क्यूआर कोड जारी किया है। मोबाइल पर इसे स्कैन करने पर वाहन पार्किंग, रूट डायवर्जन, खोया-पाया सेल सहित लगभग सभी महत्वपूर्ण जानकारी लोगों को मिल जाएगी। संपूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र लगभग 333 सीसीटीवी कैमरों से कवर है, जिसमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगे हैं। घाटों पर जल पुलिस की तैनाती सहित थाना स्तर पर सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।
कांवड़ यात्रा में पार्किंग की नहीं होगी कोई परेशानी,
कांवड़ मेले में इस बार पार्किंग की कोई परेशानी नहीं होगी। कांवड़ में पहली बार भारत माता मंदिर मार्ग और चमगादड़ टापू में भी वाहन पार्क किये जाएंगे । मेलाधिकारी कार्यालय की ओर से पांच पार्किंगों का टेंडर जारी किया गया है। मेले के दौरान शहर के अंदर पार्किंग को लेकर परेशानियाँ होती थीं। इस बार जिलाधिकारी के आदेश पर नई पार्किंग भी बनाई गई है।
बैरागी कैंप पार्किंग, चंडी घाट, लालजीवाला पार्किंग का लगभग एक महीने के लिए टेंडर निकाला गया है । भारत माता मंदिर और चमगादड टापू पार्किंग का टेंडर एक साल के लिए निकाला गया है। इससे पहले रोड़ीबेल वाला पार्किंग को लगभग 1.75 करोड़ में दिया गया है। उप मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती द्वारा बताया गया कि माता मंदिर मार्ग और चमगादड़ टापू की पार्किंग एक साल के लिए दी जा रही है।