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हरिद्वार ग्रामीण / उत्तराखण्ड और हिमाचल में लगातार बारिश होने के कारण जहाँ शहरों में अरबों का नुक़सान हुआ है। तो वही आपको बता दे ग्रामीण क्षेत्रों में भी कम हानि नहीं हुई, हरिद्वार एक ऐसा ज़िला है जहाँ शहरों के साथ – साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब जलभराव की समस्या से लोग ग्रस्त नज़र आ रहे है। रावली महदूद व ब्रह्मपुरी में रहने वाले ग्राम वसीयो की अगर माने तो इन दोनों ग्रामीण क्षेत्रों में ढाई फीट से लेकर तीन फीट तक पानी ने क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं । लोगो का आरोप है, कि इस क्षेत्र में इस हालत की जिमेदार सिडकुल में बनी फ़ैक्ट्रिया है। औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में निर्माण कार्य होने के कारण पानी की निकासी लगभग- लगभग समाप्त हो गई है। सिडकुल से पहले बरसात का पानी लगभग दो दर्जन से भी अधिक रास्ते बनाकर आसानी से बिना हानि पहुंचाये पास हो जाता था। लेकिन अब वही सारा पानी इक्कठा होकर इन्ही ग्रामीण क्षेत्रों से निकल रहा है। जिस कारण इन लोगो को बाढ़ जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस परेशानी से बचने के लिए सभी ग्रामवासियों ने एकजुट होकर सिडकुल मैनेजर के पास जाने का निर्णय लिया। वहाँ लोगो ने सिडकुल मैनेजर गिरधर रावत से मुलाक़ात करते हुए अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
जानिए क्या कहते है सिडकुल मैनेजर गिरधर रावत।
सिडकुल मैनेजर गिरधर रावत द्वारा ग्रामीणवासियों को आश्वासन दिया गया है। कि अगली बरसात से पहले पहले सिडकुल की पानी की निकासी का समाधान कर दिया जाएगा। जिसका प्रस्ताव सरकार को पहले से ही भेज दिया गया था। जिसकी सरकार द्वारा मई में अनुमति भी हो गई थी। लेकिन किन्ही कारणों से व भारी बारिश को देखते हुए निर्माण कार्य संभव नहीं हो पाया। लेकिन अगली बारिश का पानी इन ग्रामीण क्षेत्रों से होकर नहीं गुजरेगा, ऐसा रीजनल मैनेजर द्वारा ग्राम वसीयो को आश्वासन दिया गया।