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रोशनाबाद ग्रामीण क्षेत्र अब ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों का गढ़ बन चूका है जहाँ वे सभी अवैध कार्य पूर्णतः फ़ैलते चले जा रहे है जो गैर कानूनी तो है ही साथ ही मानवता को भी शर्मशार कर रहे है,
बता दें की अब फिर से रोशनाबाद से ही एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके कारण एक परिवार सदमे मे है,नौ महीने की गर्भवती महिला के पेट मे ज़ब दर्द हुआ तो सूर्य नगर निवासी महिला अपने पति राहुल के संग पास ही किर्ता मार्किट मे एक महिला डॉक्टर के पास सामान्य ट्रीटमेंट के लिये चली गई,जहाँ महिला डॉक्टर द्वारा गर्भवती को कुछ इंजेक्शन दे दिये गये, गर्भवती महिला के पति राहुल का आरोप है की उनके मना करने पर भी लालच के चलते महिला डॉक्टर नें एक नही बल्कि छः से आठ इंजेक्शन उसकी नौ माह की गर्भवती पत्नी को लगा दिये,जिसके बाद महिला की हालत अत्यधिक बिगड़ने लगी ओर आनन फानन मे गर्भवती महिला के पति द्वारा पत्नी को मेक्सवेल हॉस्पिटल ले जाया गया, वहां जब डॉक्टरो नें महिला का अल्ट्रासाउंड किया तो परिवार मे मातम छा गया,डॉक्टरों नें बताया की बच्चा मर चूका है जिस कारण माँ की जान को भी खतरा है इसलिए तुरंत ही महिला की डिलीवरी कर बच्चे को बाहर निकालना होगा,हालाकी डॉक्टरों की टीम नें समय रहते महिला कि डिलीवरी कर उसकी जान तो बचा ली,लेकिन परिवार सदमे मे चला गया,
सिडकुल थाने पहुंचा पूरा मामला
बता दें की पीड़ित परिवार नें अब न्याय के लिये पुलिस का दरवाजा खटखटाया है,लेकिन अभी तक पीड़ित को ना तो पुलिस द्वारा न्याय का कोई आश्वाशन दिया है ओर ना ही उस महिला डॉक्टर पर कोई कार्यवाही हुई है जो स्वयं को जी एन एम बताकर इस क्षेत्र मे गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रही है, वहीं पीड़ित महिला के पति को भी झूठे केस मे फसाने की अब धमकियां मिल रही है,
स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से क्षेत्र मे चल रहे अवैध कारोबार,
रोशनाबाद मे यें कोई पहला मामला नही है,इससे पहले भी इस क्षेत्र मे झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा कई मरीजों की जान लें ली गई है,यहाँ ऐसे बहुत से मेडिकल व अवैध क्लीनिक चल रहे है जहाँ मरीजों की जान से खिलवाड़ चल रहा है,ओर हैरानी की बात तो यें है की रोशनाबाद वो गाँव है जो प्रसाशनिक अधिकारियों की नाक नीचे है मतलब स्वास्थ्य विभाग से चंद कदमो की दूरी पर अवैध,फ़र्ज़ी व झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा यहाँ मरीजों पर प्रेक्टिस की जा रही है,ओर स्वास्थ्य विभाग जान बूझकर इसलिए अनजान है क्योंकि जहाँ इन अवैध क्लीनिक ओर मेडकल से अवैध व गलत कार्यों का संचालन होता है तो वहीं दूसरी ओर हर माह इन क्लीनिक ओर मेडिकलों से स्वास्थ्य विभाग को वो बर्फी भी खिलाई जाती है जिसके सिल्वर वर्क पर गांधी जी चमकते है,