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अयोध्या के थाना कैंट क्षेत्र से दो दिन पहले यूपी एसटीएफ के द्वारा गिरफ्तार किए गए महाठग अनूप चौधरी के मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अयोध्या जिले के थाना रौनाही क्षेत्र के पिलखावा गांव के रहने वाले अनूप चौधरी की पहचान सामने आई है
वह बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें दिखाकर लोगों को झांसे में लेकर कई तरीको से मोटी रकम की ठगी करता था. जांच एजेसिंयों ने इसके पास से लगभग 320 करोड़ से ज्यादा के साइन किए हुए चेक भी प्राप्त किए हैं.
पुलिस की जांच पड़ताल में पता चला कि वह उत्तर प्रदेश समेत राजस्थान, उत्तराखंड,महाराष्ट्र, दिल्ली में अपने ठगी के साम्राज्य का संचालन करता था. महाठग अनूप चौधरी को यूपी एसटीएफ ने दो दिन पहले अयोध्या जिले के थाना कैंट क्षेत्र से हिरासत में लिया है. अनूप चौधरी के पास से एसटीएफ को पांच मोबाइल फोन, एक टैबलेट तथा विभिन्न बैंकों के 20 चेक, तीन आधार कार्ड और 22 हजार नगद के साथ एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी भी बरामद की है.
इसके साथ ही यूपी एसटीएफ ने अनूप चौधरी के पास से कई सिफारिशी लेटर भी बरामद किए हैं. अनूप चौधरी अपने आप को रेल मंत्रालय का सदस्य बताता था. अनूप चौधरी ने प्रयागराज के एक व्यापारी से ढाई सौ करोड़ रुपए का लोन दिलाने के नाम पर 4 करोड़ 90 लाख की ठगी की है.
सरकारी गनर और OSD को साथ लेकर चलता था
महाठग अनूप चौधरी के गिरफ्तार होने के बाद इसके द्वारा ठगी के शिकार लोग यूपी पुलिस और एसटीएफ से संपर्क कर इसकी शिकायत कर रहे हैं. अनूप चौधरी वीआईपी प्रोटोकॉल के साथ ही सरकारी गनर और OSD को साथ लेकर घूमता था. महाठग अनूप चौधरी के साथ ही फिरोज आलम भी एसटीएफ के गिरफ्त में है. फिरोज आलम उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के बेतवाला गांव का रहने वाला है.
यूपी समेत 5 राज्यों में दर्ज हैं 10 मामले
वहीं, महाठग अनूप चौधरी के ऊपर यूपी समेत पांच राज्यों की पुलिस के पास 10 मामले दर्ज हैं. इनमें गबन, धोखाधड़ी और साजिश जैसे कई गंभीर मामले भी शामिल हैं. पुलिस की जांच पड़ताल में पता चला कि अनूप चौधरी फर्जी पत्र भेजकर राज्यों में सरकारी सेवा का लुफ्त उठता था. अनूप चौधरी फर्जी पत्र के माध्यम से सरकारी गनर भी लिए हुए था.
अनूप चौधरी अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का भी कई बार स्थलीय निरीक्षण किया था. साथ ही अयोध्या में बन रहे वर्ल्ड क्लास के रेलवे स्टेशन का भी उसने कई बार निरीक्षण किया था.