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रोशनाबाद स्वास्थ्य विभाग की नाक नीचे ऐसे कई क्लिनिक चल रहे है जो पूर्ण रूप से संदिग्ध नजर आ रहे है, मरीजों की अगर माने तो इलाज के नाम पर यहाँ लूट चलती है, बड़े बड़े हॉस्पिटल मे भी इतनी लूट नही जितना यहाँ मरीजों के साथ हो रही है, रोशनाबाद मे हर दस कदम की दूरी पर ऐसे कई क्लिनिक व झोलाछाप डॉक्टर बैठे है जो इलाज के नाम पर जहाँ मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है तो दूसरी ओर उनकी जेबें ढीली कर रहे है,
हैरानी की बात तो यें है की यहाँ गुप्त रूप से आप किसी भी प्रतिबंधित दवाओं की खरीद कर सकते है इतना ही नही जो दवायें एक्सपायर हो जाती है यहाँ उन्हें भी बेच दिया जाता है, रोशनाबाद हेल्थ केयर सेंटर की अगर बात करें तो केविन केयर के नजदीक शिवम विहार कॉलोनी मे ऐसा ही एक हेल्थ केयर सेंटर चल रहा है, जहां मेडिकल को कोई डिग्री डिप्लोमा धारक नही बल्कि 10 से 12 साल का बच्चा चला रहा था, जिसके द्वारा एक्सपायरी मेडिकल सामान की बिक्री की जा रही थी, ज़ब मेडिकल मालिक नफीस व अंकुश से इस बारे मे बातचीत की गई तो उन्होंने सीधे सीधे इस करतूत पर माफ़ी मांग ली,
लेकिन आस पास के लोगों ने बताया की यहाँ क्लिनिक मे वो सारे कार्य हो रहे है जिनकी परमिशन बड़े बड़े हॉस्पिटलों कों बहुत सारी डिग्रियां डिप्लोमे ओर योग्यता दिखाने के बाद भी आसानी से नही मिलती, बाहर से देखने मे यें हेल्थ केयर सेंटर भले ही छोटा नजर आता हो लेकिन अंदर यहाँ सभी मेडिकल ट्रीटमेंट किये जाते है,
लेकिन सबसे बड़ी हैरानी की बात यें है की इस क्लिनिक ओर मेडिकल के वैध संचालक नफीस ओर अंकुश यहाँ बहुत कम मौजूद होते है, मेडिकल पर कभी 12 वर्ष का बच्चा दवायें बेचता नजर आता है तो कभी क्लिनिक के स्टॉफ का अन्य कोई कर्मचारी,
रातों रात गायब कर दिया गया एस्पायरी डेट का सामान,
बता दे की रोशनाबाद हेल्थ केयर सेंटर पर मरीजों कों एक्सपायरी डेट का मेडिकल सामान बेचा जा रहा था, जिसके बाद ग्राहक ने हंगामा काट दिया, ओर बात बढ़ गई लेकिन इसके बाद वहाँ मेडिकल व क्लिनिक संचालक नफीस द्वारा, सारा का सारा एक्सपायरी सामान वहाँ से रातों रात गायब करवाने मे ही भलाई समझी,
रोशनाबाद एक ऐसा क्षेत्र बना चूका है जहाँ दिन प्रतिदिन क्लिनिक व मेडिकल खोले जा रहे है, इतना ही नही हर गली मुहल्ले मे झोलाछाफ डॉक्टर अड्डे जमा चुके है, पहले कई बार इन्ही झोलाछाफ डॉक्टरों द्वारा ऐसी घटनाओं कों अंजाम दिया जा चूका है जो समाज ओर कानून की नजरों मे न वो वैध है ओर न ही स्वीकार्य ,