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पुलिस ने खुद को ईश्वर पुत्र कहने वाले एक स्वयंभू बाबा के खेल का पर्दाफाश कर दिया है। इस बाबा के कथित आश्रम परिसर में एक गुप्त मार्ग मिला है, जो कथित तौर पर सेक्स स्लेव के लिए बनाए गए तहखाने में जाता था।
मामला फिलिपिन्स का है जहाँ पुलिस को इस तहखाने में एक भव्य लाउंज मिला है, जिसका दरवाजा ऐसे बनाया गया था, जो दीवार होने का भ्रम पैदा करता था। 75 एकड़ के इस विशाल परिसर के रास्ते एकदम भूलभुलैया की तरह हैं। इस ‘ईश्वर पुत्र’ को गिरफ्तार करने के लिए 2000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
इस कथित ईश्वर पुत्र का नाम अपोलो क्विबोलोय है, जिसका ताल्लुक फिलीपींस के दावो सिटी से है। इस पर जघन्य अपराधों में शामिल होने का आरोप है। वहीं इसके फॉलोवर्स की संख्या 60 लाख से ज्यादा है। अमेरिका में क्विबोलोय पर धोखाधड़ी और बच्चों की यौन तस्करी में शामिल होने का आरोप है। ‘ईश्वर पुत्र’ का भांडा तब फूटा, जब पुलिस को एक मुखबिर ने सूचना दी। अपोलो क्विबोलोय के परिसर में छापा मारने के बाद पुलिस को ऐसी चीजें मिली हैं, जिससे पता चलता है कि उनका इस्तेमाल सेक्स के लिए गुलाम बनाकर रखी गई महिलाओं को बंदी बनाकर रखने के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने दो महिलाओं को बचाया भी है, जिनके सेक्स स्लेव होने की आशंका है।
आश्रम में कट्टर समर्थकों के छिपे होने की आशंका
कंक्रीट की दीवारों के पार दिल की धड़कनों का पता लगाने वाले रडारों की मदद से पुलिस ने आश्रम पर छापा मारा। पुलिस ने कहा है कि उसे जमीन के नीचे क्विबोलोय के दर्जनों कट्टरपंथियों के छिपे होने की आशंका है, जिनका संकेत रडार के जरिए मिला है। पुलिस द्वारा आश्रम परिसर में छापा मारकर गुप्त मार्ग का पता लगाने के खुलासे पर आतंरिक सचिव बेनहुर अबालोस ने कहा कि सरकार दावो सिटी के इंजीनियरिंग कार्यालय से नक्शा हासिल कर रही है। आश्रम में निर्माण नियमों का उल्लंघन किया गया है।
हालांकि क्विबोलोय ने आरोपों से इनकार किया है। कथित ईश्वर पुत्र ने कहा है कि उनका पीछा करने वाले शैतान के एजेंट हैं। हालांकि ‘ईश्वर पुत्र’ खुद एफबीआई की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है। अपोलो क्विबोलोय किंगडम ऑफ जीसस क्राइस्ट चर्च के प्रमुख हैं। ये फिलीपींस स्थित एक रिस्टोरेशनिस्ट ईसाई चर्च है। इसके फॉलोवर्स की संख्या 60 लाख से ज्यादा है।
ईश्वर के निर्देश पर चर्च की स्थापना
क्विबोलोय ने तमायोंग में निर्वासन की जिंदगी की बिताने के बाद 1990 के दशक के अंत में चर्च की स्थापना की। क्विबोलोय ने कहा था कि उन्हें ईश्वर ने चर्च की स्थापना के लिए निर्देशित किया था। इसके बाद उनके चाहने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ। आने वाले सालों में राजनीतिक और प्रशासनिक समर्थन भी उन्हें मिला।
पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटर्टे को चुनाव जीतने में की मदद
फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटर्टे ने 1988 में मेयर चुनाव जीतने के लिए क्विबोलोय से समर्थन मांगा था। क्विबोलोय के खिलाफ अमेरिका की कार्रवाइयों ने लोगों का ध्यान इसकी ओर खींचा। अमेरिकी अदालत ने उन्हें यौन तस्करी और बच्चों की यौन तस्करी में शामिल होने के लिए दोषी ठहराया। नवंबर 2021 में एफबीआई ने क्विबोलोय की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था। इसके बाद मोस्ट वांटेड की लिस्ट में उनका नाम आया।
‘खाना बनाना, खिलाना और सेक्स…’
एफबीआई ने यह भी आरोप लगाया था कि क्विबोलोय ने महिलाओं को निजी सहायक या पादरी के रूप में काम करने के लिए भर्ती किया। इसमें महिलाओं से खाना बनाने, घर की सफाई करने, मसाज और रात में यौन संबंध बनाने जैसे काम लिए जाते थे। इसे क्विबोलोय नाइट ड्यूटी कहता था।
फरार हुआ क्विबोलोय
हालांकि पुलिस की छापेमारी की घटना के बाद क्विबोलोय ने खुद को निर्दोष बताया, और कानून का सामना करने की बात कही थी, लेकिन अचानक से गायब हो गया है। पुलिस को उसकी तलाश है। इस बीच क्विबोलोय के समर्थक छापेमारी के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। पुलिस ने अभी तक इस मामले में 18 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। 6 पुलिस वाले घायल हुए हैं।