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उत्तर प्रदेश के एक हॉस्पिटल के डॉक्टरों का अजीब कारनामा सामने आया है। जहाँ डॉक्टर को ढाई साल के बच्चे की जीभ का ऑपरेशन करना था। डॉक्टर ने इसकी जगह बच्चे का खतना कर डाला ।
लेकिन ज़ब ये करतूत परिजनों के सामने आई तो उन्होंने बवाल मचा दिया। खबर चौकाने वाली थीं जिसे सुनकर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी सन्न रह गए और सच्चाई सामने लाने के लिए जांच का आदेश दे दिया।
मामला बरेली के एम खान अस्पताल का है। घटना की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भेजी है। इस संबंध में ब्रजेश पाठक ने ट्वीट कर बताया कि बरेली के एम. खान अस्पताल में बच्चे की जीभ के ऑपरेशन की जगह खतना किए जाने के मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया गया है। ACMO के साथ स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भेजी गई है। यह मामले की जांच करेगी। शिकायत सही पाए जाने पर अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज होगा। अस्पताल का तत्काल प्रभाव से रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाएगा। CMO बरेली को कार्यवाही की पूरी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर देने के आदेश दिए गए हैं। मामला सही पाया गया तो हॉस्पिटल को सील किया जाएगा।
रिपोर्ट आने के बाद हॉस्पिटल के खिलाफ होगी कार्रवाई
बरेली के डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने रविवार को कहा था कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। टीम का गठन घटना होने के दूसरे दिन शुक्रवार को किया गया था।
हकलाने का इलाज कराने बच्चे को लेकर अस्पताल आए थे परिजन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि परिवार बच्चे के हकलाने के इलाज के लिए एम खान अस्पताल गया था। उन्हें जीभ की सर्जरी का सुझाव दिया गया था। सर्जरी के बाद बच्चे के परिवार ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने जीभ की सर्जरी करने के बजाय बच्चे का खतना कर दिया। इस घटना के खिलाफ हिंदू संगठनों के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और अस्पताल के खिलाफ नारे लगाए।