NEWS NATIONAL
हरिद्वार, 14 सितम्बर।
ग्राम रोशनाबाद में विकास कार्यों की अनदेखी और प्रशासनिक उदासीनता के बीच अब गाँव के युवाओं ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। टूटे-फूटे मार्ग, बरसात में कीचड़ और आवाजाही की समस्याओं से परेशान ग्रामीणों की आवाज बनकर युवा संगठन मैदान में उतरा है।
गाँव के कई हिस्सों में लंबे समय से सड़कें जर्जर हालत में पड़ी थीं। आए दिन ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतें उठानी पड़ रही थीं, वहीं बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह समस्या और भी गंभीर थी। बरसात के मौसम में स्थिति इतनी बिगड़ जाती थी कि सड़कें दलदल में बदल जाती थीं। इन हालातों को देखते हुए रोशनाबाद के युवाओं ने एकजुट होकर गाँव के विकास के लिए पहल करने का बीड़ा उठाया।
युवा संगठन ने श्रमदान के साथ-साथ चंदा इकट्ठा कर टूटे-फूटे मार्गों की मरम्मत शुरू कर दी। गाँववासियों ने भी इस कदम का खुले दिल से समर्थन किया और श्रमदान के जरिए युवाओं के प्रयासों में अपना सहयोग दिया। संगठन का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल सड़क निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि गाँव को स्वच्छ, सुरक्षित और विकासशील बनाने का है।
युवा संगठन के सदस्यों ने बताया कि प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिसके बाद उन्होंने खुद ही पहल करना उचित समझा। उनका मानना है कि अगर गाँव के लोग एकजुट होकर अपनी जिम्मेदारी समझें तो किसी भी विकास कार्य को पूरा करने से उन्हें कोई रोक नहीं सकता।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी युवाओं के इस प्रयास की खूब सराहना की और इसे गाँव के विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। लोगों का कहना है कि जब तक प्रशासनिक स्तर पर ध्यान नहीं दिया जाता, तब तक गाँव की समस्याओं के समाधान के लिए इस तरह की जागरूकता और एकजुटता ही असली ताकत है।
अब उम्मीद जताई जा रही है कि रोशनाबाद के युवाओं की इस पहल से प्रशासन की नींद खुलेगी और गाँव के बाकी विकास कार्यों को भी शीघ्र गति मिलेगी।