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खबर विशेष / दुनिया भर में करोड़ों लोगों को मौत की नींद सुला देने वाला खतरनाक वायरस कोरोना को चीन ने ही तैयार किया था. चीन इसे जैविक हथियार के तौर पर तैयार कर रहा था.
वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक रिसर्चर का दावा है कि चीन ने जानबूझकर पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैलाया. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शोधकर्ता ने दावा किया कि उसके साथी ने वायरस के चार अलग-अलग स्ट्रेन तैयार किये थे ताकि पता लगाया जा सके कि कौन सा वायरस तेजी से फैल सकता है.
कोरोना वायरस के चार स्ट्रेन मिले थे
रिपोर्ट के मुताबिक, 26 मिनट के अपने इंटरव्यू में रिसर्चर चाओ शाओ ने कहा कि उसके एक साथी ने उसे कोरोना वायरस के चार स्ट्रेन दिए थे. उन्होंने बताया कि उनके साथी ने यह भी कहा था कि वो इस बात का पता लगाए की इनमें से कौन सा स्ट्रेन सबसे जल्दी फैलता है. साथ ही कौन सा स्ट्रेन ज्यादा से ज्यादा प्रजातियों को संक्रमित कर सकता है. चाओ शाओ के यह पता करने का भी निर्देश मिला था कि ये इंसानों को बीमार करने में कारगर हो सकता है.
कई सहयोगी हो गये थे लापता
चाओ शाओ ने अपने इंटरव्यू में यह भी दावा किया है ति वुहान में 2019 में सैन्य विश्व खेलों के दौरान उनके कई सहयोगी लापता हो गये थे. उन्हीं में से एक यह खुलासा किया था कि उन्हें एथलीटों के स्वास्थ्य और हाइजीन की जांच करने के लिए होटल भेजा गया था. हालांकि चाओ शान ने शक जताया था कि लापता साथियों को वायरस फैलाने के लिए होटल भेजा गया था. उनका तर्क था कि हाइजीन की जांच के लिए वायरोलॉजिस्ट की जरूरत नहीं होती है.
चाओ शाओ ने एक साक्षात्कार में यह भी कहा कि अप्रैल 2020 में उसे उइगर कैदियों की जांच के लिए जिनयांग भेजा गया था. उन्हें बताया गया था कि ये कैदी जल्द रिहा होने वाले हैं. चाओ शाओ ने कहा कि उसे यहां पर या तो वायरस फैलाने के लिए भेजा गया या फिर यह पता लगाने के लिए वायरल इंसानों पर किस तरह करता है.
इससे पहले अमेरिका की एक जांच रिपोर्ट में भी खुलासा किया गया था कि कोरोना को वुहान की लैब में बनाया गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबित, अमेरिकी की न्यूज वेबसाइट पब्लिक समेत कई अमेरिकी जर्नलिस्ट्स ने एफबीआई के हवाले से कहा है कि कोरोना वायरस वुहान के लैब से ही निकला था.