News National,
हरिद्वार / धर्म नगरी हरिद्वार मे इस बार रिकॉर्ड तोड़ कावड़ियों का आना किसी बड़ी चुनौती से कम नही था,ऐसे मे व्यवस्थाओं कि अगर बात करें तो चार करोड़ कि संख्या मे श्रद्धांलुओं को संभालना कोई खेल नही था सावन के महीने मे हर वर्ष देश भर से कावड़िये हरिद्वार पहुंचकर गंगा स्नान करते हैं गंगा जल भरते हैं ओर अपने अपने गतंव्य को प्रस्थान करते हैं,जहाँ से भी ये श्रद्धांलू निकलते हैं हर कदम पर इनकी मदद के लिए सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात मिलती हैं,सम्पूर्ण उत्तराखण्ड कि पुलिस इस कावड़ मेले को सम्पन्न कराने के लिए चौबीस घंटे तैनात रहती हैं,एक सिपाही से लेकर पुलिस के बड़े अधिकारी सड़कों पर ईमानदारी व मेहनत से ड्यूटी करते नजर आये हैं,
बस दो घंटे की नींद लेकर फिर ड्यूटी पर संभाले रखा मोर्चा
बता दें कि कावड़ के दौरान आरम्भ के तीन दिन सामान्य बीतते हैं,लेकिन वही अंतिम तीन दिन बड़े चुनौतीपूर्ण होते हैं । पुलिस के लिए ये दिन अग्निपरीक्षा साबित हुए हैं। तीन दिन पुलिस अफसर और कर्मचारी भी नींद ओर आराम त्याग देते हैं,
क्योंकि इस समस्त मेले कि जिम्मेदारी पुलिस भरोसे ही होती हैं,जिम्मेदारी ओर अधिक तब बढ़ जाती हैं ज़ब डाक कावड़ चल पडती हैं,इस समय वाहनो का सड़क पर बेलगाम दौड़ना यातायात के लिए बड़ी चुनौती हैं,
Traffic police inspector अखिलेश कुमार को उनके सराहनीय कार्य के लिए एसएसपी नें किया सम्मानित,
कावड़ मेले कि समस्त जिम्मेदारी पुलिस भरोसे ही होती हैं,अगर हम बात करें तो यातायात पुलिस कि जिम्मेदारी तब ओर अधिक बढ़ जाती हैं ज़ब डाक कावड़ चल पडती हैं,इस समय वाहनो का सड़क पर बेलगाम दौड़ना यातायात पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होता हैं,बता दें कि इस दौरान यातायात पुलिस निरीक्षक अखिलेश कुमार का कार्य अत्यधिक सराहनीय रहा, उनके द्वारा यातायात पर पूर्ण नियंत्रण रखा गया जिस कारण किसी प्रकार कि कोई अप्रिय घटना नही हुई, मेले मे यातायात व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से रखने के लिए उनके द्वारा दिन रात अपनी टीम के साथ मेहनत ओर जिम्मेदारी से ड्यूटी दी गई,जिस कारण मेले के समापन के बाद उनके सराहनीय कार्य के लिए एसएसपी अजय सिंह द्वारा उनकी सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित भी किया गया,