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उत्तरप्रदेश कि राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को नकली नोट देकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था. आरोपी ने पीड़ित को 3 लाख के बदले 6 लाख का लालच देकर अपने झांसे में फंसाया था.
3 लाख रुपये की ठगी करने वाले ठग अजीत मौर्य ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि पहले वो नेतागिरी करता था. उसकी 2 पत्नियां और 4 बच्चे हैं. साथ ही उसकी 6 गर्लफ्रेंड हैं, इन सबके खर्चे उठाना उसके लिए मुश्किल हो रहा था. इसलिए वो नेता से क्रिमिनल बन गया. आरोपी ठग अजीत के खिलाफ लखनऊ के थाना सरोजिनी नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने मामले की पूरी जांच करने के बाद उसे गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने अजीत मौर्य को लखनऊ के सरोजिनी नगर से ही गिरफ्तार किया है. आरोपी गोंडा का जिला पंचायत सदस्य रह चुका है. वो लोगों को लालच देकर उनके साथ धोखाधड़ी करता था. गोंडा का रहने वाला अजीत मौर्य पीजीआई के साउथ सिटी इलाके में किराए के मकान में रहता था.
पीड़ित धर्मेंद्र कुमार ने आरोपी के खिलाफ उन्नाव में मुकदमा दर्ज करवाया था. पीड़ित ने बताया कि उसके पास अनजान नंबर से कॉल आई थी. फोन करने वाले ने बताया कि वह नकली नोटों को दुगने करके देगा. नकली नोट को कोई भी पहचान नहीं सकता है कि वह नकली हैं या असली. हालांकि इस बात की पुष्टि करने के लिए आरोपी ने पीड़ित को असली नोट देकर बताया कि यह नकली हैं और कम पैसों को डबल करके दे दिया.
जब पीड़ित वो नोट लेकर मार्केट गया तो वहां वो सारे नोट चल गए. इसके बाद पीड़ित ने खुद आरोपी से संपर्क किया. फिर पीड़ित धर्मेंद्र ने आरोपी अजीत मौर्य को 300000 दिए और 600000 रुपये ले लिए. हालांकि जब पीड़ित को नकली नोट होने की जानकारी मिली तो उसने सरोजिनी नगर थाने जाकर मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से मामले की जांच पड़ताल की तो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
डीसीपी साउथ जोन विनीत जायसवाल के मुताबिक आरोपी अजीत के गिरोह में दो लोग और शामिल हैं, ये तीनों मिलकर रेंडम मोबाइल पर डायल करते हैं और आधे घंटे में डबल करने की स्कीम बताते हैं. उसके बाद विश्वास दिलाने के लिए असली नोटों को नकली बताकर अपने शिकार को देते हैं. उसके बाद जब पीड़ित को यकीन हो जाता है तो अगली बार उसे सारे नकली नोट दे देते हैं. पुलिस ने आरोपी के पास से नकली नोट भी बरामद किए हैं और उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.