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रोशनाबाद सिडकुल / आज हरिद्वार जिले का अगर सबसे बड़ा अवैध खनन कही हो रहा है तो वो है उन नदियों मे, बंजर जमीनों मे ओर पंचायती जमीनों मे जो सिडकुल के आस पास है, जिलाधिकारी महोदय के दफ्तर के दाएँ ओर बाएं दो सुखी नदियाँ पडती है, ज़ब हरिद्वार प्रसाशन उन्ही नदियों मे खनन रोकने मे असफल हो चुका है तो फिर जिले मे अवैध खनन रोकने कि मुहीम का झूठा ढिंढोरा क्यों? ज़ब प्रसाशन के आस पास यें अति है तो जिला हरिद्वार तो बहुत बड़ा क्षेत्र है, दूर दराज के क्षेत्रों मे नदियों मे क्या तांडव मचता होगा उसका अंदाजा आप लगा सकते है,
हरिद्वार मे अगर कोई अवैध काम सिर चढ़कर प्रसाशन कों चुनौती दे रहा है तो वो है अवैध खनन जो न तो अब प्रसाशन के कब्जे मे है ओर न ही खनन विभाग के, वो बात अलग है कि अगर लगातार अवैध खनन के खिलाफ कोई शिकायत करता है तो सम्बंधित विभाग कों नाम चारे कि कार्यवाही दिखाकर बचना पड़ता है,
ज़ब क्षेत्र मे अवैध खनन होना ही है तो वह होकर ही रहेगा, खनन का कार्य करने वाले सरकार कि आँखों मे धूल झोकने के लिये खनन कि परमिशन तो बनवा लेते है, लेकिन लोगों कों यें मालूम नही होता कि जितना खनन करने कि वे प्रसाशन से अनुमति लेते है वास्तव मे उस अनुमति से दस गुणा अधिक खंनन को अंजाम दिया जाता है, ओर यें सारा का सारा खेल आपसी मिली भगत के कारण ही हो पाता है,