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हरिद्वार / सनातन शक्ति की अगर बात करें तो श्रद्धांलुओं मे श्रद्धा और भक्ति के भाव हर तिज त्यौहारों मे कूट कूट नजर आते है, चूंकि त्यौहारों का आगमन हो चूका है और इस अवसर पर देश के कौने कौने से श्रद्धालु धर्मनगरी हरिद्वार मे आगमन करते है यहाँ पहुँचने वाले अधिकतर श्रद्धालु गंगा स्नान को विशेष महत्व देते है,वो चाहे पिंड दान करने वाले लोग हो या फिर श्राद्ध करने वाले, जो हरिद्वार किसी भी विशेष कारण से आते है वो अधिकतर गंगा स्नान को विशेष महतत्व देते है,पितृ अमावस्या की अगर बात करें तो प्रसाशनिक आंकड़ों के अनुसार लाखों श्रद्धालू गंगा मे स्नान कर सकते है,ऐसे मे उनकी सुरक्षा और व्यवस्थाओ पर हरिद्वार पुलिस प्रसाशन विशेष रूप से जिम्मेदारियां संभालती नजर आती है,
मायापुर स्थित नारायण शीला मंदिर में पिंडदान करने और श्राद्ध करने का विशेष महत्व है मंदिर में देश के कोने कोने से काफ़ी संख्या में लोग आते हैं
मान्यताओं के अनुसार पूर्वजों के प्रति सम्मान व उनकी आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष के आखिरी दिन पितृ अमावस्या मनाया जाता है।हरिद्वार एक धार्मिक स्थल होने के साथ साथ तीर्थ स्थल होने के कारण पितृ अमावस्या पर लाखों की संख्या में लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गंगा नदी में स्नान कर पित्रों को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना करते हैं।
पितृ अमावस्या पर लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए आज एसपी ट्रैफिक पंकज गैरोला द्वारा मायापुर क्षेत्र का भ्रमण कर भौतिक निरीक्षण किया गया। साथ ही गंगा घाटों का जायजा लेते हुए यातायात व्यवस्थाओं में लगे फोर्स को ब्रीफ किया गया।