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नशे के आदि ओर अय्याश परम सखा कोर्ट कचहरी का खर्चा निकालने के लिए गंभीर वारदात को देने लगे अंजाम,रानीपुर पुलिस व C.I.U. की संयुक्त कार्यवाही क़ो मिली सफलता,

ByManish Kumar Pal

Dec 11, 2024

NEWS NATIONAL

HARIDWAR / नशा ओर अय्यासी राजा क़ो भी रंक बना देती है, इसकी लत जहाँ इन्शान क़ो कंगाल बना देती है तो वही इन्हे पूरा करने के लिये इन्शान एक दिन अपराध की राह भी पकड़ लेता है ओर उसके बाद शुरू हो जाता है उसका बुरा दौर,

ऐसा ही एक मामला रानीपुर पुलिस ने भी अंजाम तक पहुँचाया है जिसमे पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की मदद ली ओर पहुँच गये मंजिल तक, जिसके बाद रानीपुर पुलिस व सीआईयू की मेहनत की क्षेत्रवासी भी खूब सराहना करते नजर आ रहे है,बता दें की क्षेत्र मे एक के बाद एक दो वारदात हो चुकी थी,

जिसमे पहली कोतवाली रानीपुर के अंतर्गत सुमन नगर निवासी दुश्यंत सुखीजा द्वारा शिकायत देकर बताया गया कि रानीपुर हरिद्वार स्थित एक कार्यालय के बाहर से उसकी मोटर साइकिल को किसी अज्ञात ने चोरी कर लिया है। प्राप्त शिकायत के आधार पर कोतवाली रानीपुर में संबंधित धारा मे मुकदमा लिखा गया

दूसरी शिवलोक कालौनी में घर के बाहर बैठी बुजुर्ग महिला के गले से अज्ञात बाइक सवार युवकों ने चेन छिन ली और दोनों मौके से फरार हो गये। प्रकरण में बुजुर्ग महिला के बेटे बलदेव सिंह रावत की शिकायत पर मुकदमा लिखा गया,

वारदातों पर गंभीर एसएसपी ने जल्द खुलासे के दिए थे निर्देश

बुजुर्ग महिला से चेन झटकने के मामले की जानकारी होने पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा कड़ा रुख अपनाते हुए प्रभारी रानीपुर पुलिस को C.I.U. हरिद्वार से संयोजन स्थापित कर जल्द से जल्द मामले का अनावरण करने के निर्देश दिए गए ओर एएसपी सदर जितेन्द्र मेहरा को पूरे प्रकरण में टीमों का पर्यवेक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

पहले मोटर साईकिल की चोरी फिर उसी का चैन लूटने मे किया इस्तेमाल

C.I.U. हरिद्वार से तकनीकी सहयोग लेते हुए कोतवाली रानीपुर पुलिस ने जब दोनों मामलों की तह में जाने की कोशिश की तो सामने आया कि बुजुर्ग महिला से चेन झटकने संबंधी प्रकरण में उसी मोटर साइकिल का इस्तेमाल किया गया है जिसे संदिग्ध युवकों ने रानीपुर से चुराया था। दोनों घटनाओं में अज्ञात आरोपित का पहनावा मिलान करना ये संकेत दे रहा था कि संदिग्ध ने पहले दोपहिया चुराया और फिर उसी दोपहिये का इस्तेमाल कर चेन लूट की घटना को अंजाम दिया।

फर्जी आधार कार्ड का भी खूब किया इस्तेमाल,

इलैक्ट्रॉनिक डाटा और अन्य साक्ष्यों का पीछा करते हुए पुलिस टीम जब बहादराबाद क्षेत्रान्तर्गत एक होटल होम स्टे पर पहुंची तो उक्त दोनों संदिग्ध के वहां पर बतौर पेइंग गैस्ट रुके होने और काउंटर पर कुछ एडवांस जमा किए जाने की पुष्टी हुई। रजिस्टर इंट्री के लिए जमा किए गए आधार कार्ड का सत्यापन करने पर पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त दोनों आधार कार्ड फर्जी हैं।

डंप डाटा विश्लेषण से खुली कामयाबी की राह-

C.I.U. हरिद्वार द्वारा उपलब्ध कराए गए तकनीकी सहयोग का गहराई से विश्लेषण करने पर पुलिस टीम को महत्वपूर्ण लीड़ मिली। उक्त आधार पर मुखबिर तंत्र एवं सादे वस्त्रों में पुलिस कर्मियों का जाल बिछाकर पुलिस टीम ने चैकिंग के दौरान पहले घटना को अंजाम देने के आरोप में अक्षय नामक संदिग्ध को ट्रासपोर्ट नगर गैस प्लॉंट क्षेत्र के पास से दबोचकर उसकी निशांदेही पर चुराई गई बाईक बरामद की उसके बाद अक्षय से पूछताछ में सामने आए तथ्यों एवं अन्य जानकारी के आधार पर दूसरे आरोपी रोहन को रेगुलेटर पुल सुमन नगर बहादराबाद जाने वाले रास्ते से पकड़ने में कामयाबी हासिल कर वृद्ध महिला से लूटी गई चेन को बरामद किया गया।

पहले दोनों करते थे अमेजन कम्पनी मे काम यहीं से हुई मित्रता,

दोनों युवक दिल्ली मे अमेजन कंपनी मे काम के दौरान संपर्क में आकर दोस्त बने थे। कुछ समय बाद पुनः संपर्क होने पर अक्षय ने रोहन को कम्पनी मे नौकरी करने के बहाने महाराष्ट्रा से हरिद्वार बुलाया। दोनों दोस्त जब मिले तो अय्याशी और कोर्ट कचहरी के लिए खर्च का जुगाड़ करने के लिए दोनों ने प्लान तैयार किया जिसके बाद पहले बाईक चोरी की फिर बुजुर्ग महिला की चैन छीन ली। वारदात के बाद अक्षय अण्डरग्राउंड हो गया और रोहन चोरी की चेन खरीदने के लिए सही खरीददार की तलाश में जुट गया।

पुलिस की पकड़ में आए अक्षय पर दिल्ली के थाना सागरपुर में 2017 से लगातार वाहन चोरी व मोबाईल स्नेचिंग के करीब 14 मुकदमें दर्ज हैं जो मा0 न्याया0 दिल्ली मे विचाराधीन चल रहे है। बचपन में ही आरोपी अक्षय की मां का देहांत हो गया था। 10 साल पहले पिता की मृत्यु होने के बाद वह अपनी बड़ी बहन के पास रह रहा था। 12 वीं. तक शिक्षा ग्रहण की ओर पढ़ाई छोड़ दी जिसके बाद उसे स्मैक आदि नशे की आदत लगने ओर अच्छे रहन सहन की चाह के चलते अक्षय छोटी उम्र से ही अपराध में संलिप्त हो गया और वाहन चोरी, चैन स्नैचिंह, मोबाइल झपट्टामारी जैसे अपराध करने लगा। आरोपी दोपहिया वाहन चुराने के लिए “मास्टर की” का उपयोग करते थे।

बता दें की इस घटना की सफलता मिलने के बाद जहाँ पीड़ित पक्ष ने पुलिस की तारीफ़ की है तो वही जनता भी पुलिस की काफी प्रशंसा कर रही है,

पुलिस टीम  -प्रभारी निरीक्षक रानीपुर कमल मोहन भण्डारी,व0उ0नि0 मनोहर सिंह रावत, विकास रावत (प्रभारी चौकी गैसप्लांट),-उ0नि0 देवेन्द्र पाल सिंह,हे0का0 गोपीचन्द, प्रेम सिंह, विवेक गुसाई, दीप गौड

C.I.U.   हरिद्वार टीम-निरीक्षक दिग्पाल सिंह कोहली (प्रभारी),-उ0नि0 पवन डिमरी,हेड काँस्टेबल विवेक, नरेन्द्र,वसीम

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